Tuesday, 20 September 2022

चंडीगढ़ MMS से 100 गुना बड़ा सेक्स स्कैंडल... अजमेर की 'डर्टी पिक्चर' डराती है!

ये अपराध चंडीगढ़ से भी घिनौना था। इस अपराध में शामिल आरोपियों का रिश्ता ताकतवर परिवार से था। इस अपराध में कई लड़कियों की जिंदगी जहन्नुम बन गई थी। अजमेर में हुए इस अपराध में आरोपियों ने 19-20 साल की लड़कियों को निशाना बनाया था। 30 साल पहले हुए इस अपराध से पूरा देश अवाक रह गया था। आज भी उन आरोपियों पर केस चल रहा था। ठीक तीन दशक बाद अब चंडीगढ़ में भी एक घिनौना वाकया सामने आया है। 50 से ज्यादा लड़कियों के नहाने का वीडियो वायरल होने की खबर से बवाल मचा हुआ है। इस केस के आरोपी अभी सीखचों के पीछे हैं। पुलिस आरोपियों से हर वो राज जानने की कोशिश कर रही है जिसके जरिए वो इस केस की आगे तफ्तीश करेंगे। लेकिन कहते हैं न कि इतिहास खुद को दोहराता है चाहे वह अपराध ही क्यों न हो। तो ये अपराध भी अजमेर जैसा ही है। अमजेर के अपराधियों की कहानी जान आप भी कांप जाएंगे। मैगजीन में छपीं अश्लील तस्वीरें साल 1992, अजमेर शरीफ की पवित्र धरती पर ऐसा सेक्स स्कैंडल सामने आया कि जिसने सुना या यूं कहे जिसने देखा, उसने दांतों तले उंगली दबा ली। एक दो नहीं बल्कि 100 लड़कियां ऐसे अश्लील खेल का शिकार बनीं कि उनमें से कई लड़कियों को अपनी जान तक देनी पड़ी। अजमेर के नामी इंग्लिश मीडियम स्कूल की लड़कियों के लिए साल 1992 इतना ज्यादा डरावना था कि वो आज भी उस बारे में अगर बात करती हैं तो वो डर उनके चेहरे पर साफ झलकने लगता है। बेहद ऊंचे घरानों से ताल्लुक रखने वाली ये लड़कियां उस वक्त हुए इस भयानक सेक्स कांड को भूल जाना चाहती हैं जो उनके साथ तब हुआ जब वो महज 18-19 साल की थीं। एक के बाद एक 100 से ज्यादा लड़कियों की नग्न तस्वीरें लोगों तक पहुंचीं। कई तस्वीरें मैगजीन और अखबारों का हिस्सा बनीं। लंबे समय तक लोगों के लिए इन लड़कियों की ये तस्वीरें चर्चा का मुद्दा रहीं। 19-20 साल की लड़कियां बनी शिकार अजमेर के इस सेक्स स्कैंडल को अगर हम देश का अब तक का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल कहे तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। बात पुरानी हो चुकी है लेकिन कोर्ट में इस मामले पर ट्रायल अब भी चल रहा है। आरोपियों को अब भी कोर्ट में बुलाया जाता है लेकिन इस मामले की पीड़ित ज्यादातर लड़कियों ने इससे दूरी बना ली है। उस वक्त की 19-20 साल की ये लड़कियां अब 50 साल की उम्र के आसपास पहुंच चुकी हैं और ये नहीं चाहतीं अपने जख्मों को बार-बार कुरेदना, वो भी ऐसे जख्म जो इन्हें उस उम्र में मिले जब इन्होंने अपनी ज़िंदगी की बस शुरूआत ही की थी। इन नामचीन घरानों की यंग लड़कियों के साथ जो यौन अपराध किया गया उसके आरोपी अजमेर के सबसे फेमस चिश्ती परिवार के लोग ही हैं। फारुक चिश्ती अजमरे शरीफ का खादीम था और अजमेर यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष भी। इसके अलावा आरोपी नफीस चिश्ती और अनवर चिश्ती भी अजमेर के फेसम चिश्ती परिवार से ही आते हैं।अजमेर शरीफ की दरगाह की देखरेख का जिम्मा चिश्ती परिवार पर है और इस परिवार का अजमेर में काफी रुतबा है। राजनीतिक तौर पर भी ये परिवार बेहद ताकतवर माना जाता है और उस दौरान भी अपने राजनीतिक कद का फायदा उठाकर ही आरोपियों ने लड़कियों के साथ पहले रेप किया और फिर उनकी नंगी तस्वीरें लोगों के बीच फैला दी। फार्म हाउस में होता था यौन शोषण सबसे पहले इस मामले की शुरूआत होती है एक लड़की से... आरोपी सबसे पहले लड़की को अपने झांसे में लिया। अजमेर के इन दरिंदों ने इस लड़की से दोस्ती कर ली और लड़की को राजनैतिक फायदे का लालच दिया। लोकल अखबारों में छपी खबरों के मुताबिक ये लोग पीड़ित लड़की के पास कांग्रेस का एक फॉर्म लेकर आए और उसे कांग्रेस के किसी बड़े नेता से मिलवाने का झांसा देकर एक फार्म हाउस में ले गए। मुश्किल से 18-19 साल ये लड़की अब फार्म हाउस में इन आरोपियों की गिरफ्त में एकदम अकेली थी। लड़की के साथ फार्म हाउस में रेप किया गया। लड़की की नग्न तस्वीरें कैमरे में कैद कर ली गई। उस जमाने में वीडियो मोबाइल नहीं हुआ करते थे इसलिए कैमरे से ही पीड़ित लड़की की तस्वीरों और वीडियो को रिकॉर्ड किया गया। अश्लील तस्वीरें बनाने वाले इन आरोपियों की हैवानियत यहां पर आकर नहीं रुकी। पीड़ित लड़की को धमकी दी गई कि अगर वो अपनी किसी सहेली को यहां फार्म हाउस लेकर नहीं आई तो उसकी अश्लील तस्वीरों को वायरल कर दिया जाएगा। बस ऐसे ही ये सिलसिला शुरू हुआ। एक के बाद एक शहर की कई लड़कियां इनके पास फार्महाउस में आती, ये उनके साथ बलात्कार करते, उनकी नंगी तस्वीरें अपने कैमरे में कैद करते और फिर एक नई लड़की को लाने के लिए ब्लैकमेल करते। एक के बाद एक 100 लड़कियां शिकार नफीस चिश्ती और फारुक चिश्ती के कई और रिश्तेदार और दोस्त भी लड़कियों की मजबूरी का फायदा उठाने लगे। कभी एक फार्म हाउस में तो कभी दूसरे में। रोज़ नई लड़कियों के साथ यौन शोषण करना और फिर उनकी तस्वीरें बना लेना इनका धंधा बन गया। उस जमाने में कैमरे में रील डालकर तस्वीरें ली जाती थी और फिर उस रील को डेवलेप करवाने के लिए स्टूडियों में भेजना पड़ता था। जब इन तस्वीरों को डेवलेप करवाने के लिए स्टूडियो भेजा गया तो स्टूडियों के एक फोटोग्राफर ने भी इन ऊंचे घराने की लड़कियों का फायदा उठाने की सोची। फोटोग्राफर ने कई लड़कियों को धमाकर उनका बलात्कार किया। महीनों तक ऐसे ही लड़कियों का यौन शोषण होता रहा। बदनामी के डर से लड़कियां अपनी सहेलियों को इनके पास लाती रहीं। अय्याशी का ये खेल खेलने वाले ये दरिन्दें रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। इस सबसे तंग आकर कई लड़कियों ने सुसाइड तक कर लिया। कई महीनों तक ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा, 100 से ज्यादा लड़कियों की नग्न तस्वीरें इन आरोपियों के पास थी। अब धीरे-धीरे कई लड़कियों की तस्वीरें मैगजीन में भी छपने लगी। 21 अप्रेल 1992 को राजस्थान के एक लोकल अखबार में इस खबर को छापा गया। उसके बाद तो जैसे पूरे शहर में हड़कप मच गया। कई लड़कियों ने की आत्महत्या कहते हैं उस दौरान अजमेर में हालात ये हो गए थे शहर की तमाम लड़कियों ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया। शहर की हर लड़की को लोग शक की नज़र से देखने लगे थे। अजमेर की लड़कियों के लिए शादी के रिश्ते आने बंद हो गए। कई परिवारों ने इस सब से तंग आकर शहर को ही छोड़ दिया। कई लड़कियों की आत्महत्या की खबरें आईं। मामले की शिकायत दर्ज हुई। आरोपी लड़कों और फोटोग्राफर के खिलाफ केस चला, लेकिन चिश्ती परिवार का रुतबा काफी ज्यादा था इसलिए बात धीरे-धीरे शांत होने लगी। पीड़ित लड़कियां भी शर्म के मारे कोर्ट में आने से परहेज करने लगीं। 100 में से सिर्फ 17 लड़कियों ने ही न्याय के लिए कोर्ट का सहारा लिया। इस सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल में आठ लोगों को उम्र कैद की सजा हुई। कई आरोपियों पर मामला अब भी चल रहा है। जो लड़कियां उस समय महज 18-19 साल की थी वो अब दादी-नानी तक बन चुकी हैं, लेकिन अब तक उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है। केस अब भी कोर्ट में जारी है पिछले दिसंबर में भरी अदालत में एक पीड़िता का गुस्सा न्याय व्यवस्था पर फूट पड़ा। उसने कहा कि इतने सालों से क्यों मुझे कोर्ट में बुलाया जा रहा है, अब तो मैं दादी भी बन चुकी हूं। जज समेत कोर्ट में मौजूद तमाम लोगों के पास पीड़िता के सवालों के कोई जवाब नहीं थे। सोचिए चंडीगढ़ में mms वायरल होने की खबरें आईं है तो पीड़ित लड़कियों की ज़िंदगी इतनी मुश्किल में घिर गई है, जबकी प्रशासन ने इस mms को वायरल होने से रोकने की पूरी कोशिश की है। आज से 30 साल पहले हालात कैसे होंगे जब एक छोटे से शहर में लड़कियों की अश्लील तस्वीरें मैगजीन और अखबारों में छपी होंगी। जब लोगों ने अच्छे घरों की इन लड़कियों की बिना कपड़ों की तस्वीरों को देखकर मज़े लिए होंगे तो क्या हालत हुए होंगे उन बेचारी लड़कियों और उनके परिवार के। वो जमाना एमएमएस का नहीं था। तब वीडियो मोबाइल नहीं हुआ करते थे,लेकिन ऐसे भयानक सेक्स स्कैंडल को अंजाम देने वाले हैवान तब भी थे।


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