Wednesday, 21 September 2022

तीन लेन की सड़क दो लेन, साइनबोर्ड भी गायब, साइरस मिस्त्री मौत पर चौंकाने वाली रिपोर्ट

मुंबई: चार सितंबर एक दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष और केपीएमजी ग्लोबल स्ट्रैटेजी ग्रुप के निदेशक जहांगीर पंडोले की मौत हो गई थी। दुर्घटना पर अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कासा पुलिस स्टेशन, पालघर ने कई खामियों की ओर इशारा किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 48 को अचानक उस दिन तीन से दो लेन कर दिया गया था। इसके अलावा ड्राइवरों को सचेत करने के लिए न तो साइनबोर्ड थे और न ही सड़क के डिवाइडर और पुल पर पीले ब्लिंकर थे। गुजरात के भरूच में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के निदेशक को 6 सितंबर को कासा पुलिस स्टेशन के पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत परदेशी ने एक पत्र लिखा। प्रशांत ही मामले की जांच कर रहे हैं। पत्र में लिखा कि दुर्घटना वाली जगह सूर्या रिवर ब्रिज पर उस दिन गुजरात से मुंबई की ओर जाने वाले हाईवे को अचानक दो लेन में बदल दिया गया। जबिक पुल शुरू होने से पहले तीन लेन है। बिना किसी साइन बोर्ड के तीन लेन से दो लेन के अचानक परिवर्तन से गुजरात से मुंबई जाने वालों ड्राइवरों से गलती हुई।' सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पुलिस अधीक्षक पालघर को एक आवेदन के बाद इंडियन एक्सप्रेस को एक प्राप्त बताया गया है कि तीन लेन से दो लेन में परिवर्तित होने वाली सड़क पर कम से कम एक साइनबोर्ड तो होना ही चाहिए था। एक लेन ड्रॉप साइनबोर्ड होना चाहिए था। 500 मीटर पुल से पहले रोड डायवर्जन साइन बोर्ड जरूरी है। कासा पुलिस स्टेशन ने दिये कई सुझावकासा पुलिस स्टेशन की जांच के बाद एनएचएआई को भेजे गए पत्र में कई सुझावों को लेकर भी चर्चा की गई है जिसमें टू-लेन हाईवे को थ्री-लेन तक चौड़ा करना, रोड डिवाइडर पर पीले/काले रंग की पट्टी रखना और लगभग 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन की गति को नियंत्रित करना शामिल है। चरोटी पुल के सामने स्पीड साइनबोर्ड लगाया गया है। दुर्घटना स्थल पालघर जिले के कासा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आता है। मिस्त्री और जहांगीर पंडोले दोनों मर्सिडीज कार के पीछे बैठे थे, जब यह नियंत्रण से बाहर हो गई, सड़क के डिवाइडर से टकरा गई,और सूर्या नदी पर चरोटी पुल पर एक दीवार से टकरा गई। मुंबई में प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अनाहिता कार चला रही थीं, पंडोले और उनके बगल में बैठे डेरियस पंडोले (जहांगीर का भाई) को दुर्घटना में गंभीर चोटें आईं और अब वे ठीक हो रहे हैं। कासा पुलिस स्टेशन के भेजे गए पत्र के बारे में पूछे जाने पर, NH 48, के परियोजना निदेशक सूरज सिंह ने कहा कि हमें कासा पुलिस से पत्र मिला है और इसे हमारे इंजीनियरिंग प्राधिकरण को भेज दिया है। वे इसकी जांच करेंगे। जो कुछ भी करने की जरूरत है, वह अल्पकालिक और दीर्घकालिक उपायों के तहत किया जाएगा। पालघर पुलिस के सूत्रों ने पहले कहा था कि कार निर्माता मर्सिडीज ने जांच की और पाया कि टक्कर के समय कार 89 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी और ड्राइवर ने टक्कर से पांच सेकंड पहले ब्रेक लगाया था।


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