Sunday 6 November 2022

फरार, रोक, सरेंडर... आखिरकार ED ने अब्बास अंसारी को किया गिरफ्तार

मऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक अब्बास अंसारी आखिरकार गिरफ्तार हो गए। उत्तर प्रदेश की पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई। वारंट जारी होने के बाद से फरार हो गए। पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाए। कोर्ट से गिरफ्तारी से राहत मिली तो सरेंडर कर दिया। लेकिन, केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। यूपी की राजनीति में इसको लेकर मामला गरमाया हुआ है। केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग की बात पहले से ही विपक्षी दलों की ओर से की जा रही है। हालांकि, अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी के बाद से अब तक किसी बड़े नेता की कोई कड़ी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। सुभासपा ने यूपी चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन किया था। पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को ओपी राजभर ने मऊ से पार्टी का उम्मीदवार बना दिया। जीत भी गए। मुख्तार अंसारी चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से ही चर्चा के केंद्र में आ गए। यूपी चुनाव के दौरान उन्होंने अधिकारियों को धमकाने जैसी बात भी की थी। इसका केस दर्ज किया गया। योगी सरकार में मुख्तार लगातार निशाने पर रहे हैं। संगठित अपराध के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई का कहर उन पर टूटा है। अब अब्बास की गिरफ्तारी ने साफ कर दिया है कि मऊ विधायक भी अब पिता की तर्ज पर जेल में रहेंगे। उनके पिता मुख्तार मऊ से पांच बार विधायक रह चुके हैं। लेकिन, कई मामलों में आरोपी यूपी के बांदा जेल में बंद हैं। ईडी ने मुख्तार से पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ की थी। इसके अलावा उनके बड़े भाई और बसपा सांसद अफजल अंसारी से दिल्ली के सरकारी आवास समेत गाजीपुर और मोहम्मदाबाद, मऊ और लखनऊ के कुछ इलाकों में छापेमारी हुई। अब इस गिरफ्तारी ने माहौल गरमा दिया है। नाटकीय अंदाज में हुई गिरफ्तारी अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी नाटकीय अंदाज में हुई है। गिरफ्तारी से पहले करीब 9 से 10 घंटे तक उन्हें ईडी की कस्टडी में रखा गया। पूछताछ चलने की बात कही गई। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई है। माना जा रहा है कि अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी के बाद मुख्तार फैमिली के कुछ अन्य सदस्यों की जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पहले से मुख्तार अंसारी परिवार पर ईडी का शिकंजा कसा हुआ है। ईडी की ओर से पिछले दिनों अब्बास अंसारी और उनकी मां अफशां अंसारी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। ईडी की ओर से आशंका जताई गई थी कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बचने के लिए दोनों विदेश भाग सकते हैं। अब्बास को हिरासत में लेने के बाद ईडी उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले गई। उनसे पूछताछ हुई। उन्हें कोर्ट में पेश करने की बात कही जा रही थी। उनकी गिरफ्तारी के मामले ने माहौल को पूरा गरमाया हुआ है। उन्हें ईडी ने सात दिन की रिमांड पर लिया है। मतलब, पूछताछ में बड़ी बात सामने आने के भी संकेत हैं। राजभर का भी नहीं आया है बयान पार्टी के विधायक की गिरफ्तारी का मामला सामने आने के बाद भी राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का कोई बयान अब तक सामने नहीं आया है। ट्विटर पर काफी सक्रिय राजभर की ओर से इस मामले में प्रतिक्रिया नहीं आने को अगल ही नजर से देखा जा रहा है। दरअसल, पिछले दिनों राजभर की भाजपा से निकटता की सूचनाओं के बीच अब्बास की ओर से बगावत के संकेत मिलने लगे थे। माना जा रहा था कि वे सपा पाले में जा सकते हैं। वहीं, सपा की ओर से भी इस मामले में कोई बयान सामने नहीं आया है।


from https://ift.tt/YOXq5B3

0 comments: