बेंगलुरु: कर्नाटक में सियासी घमासान धमने का नाम नहीं ले रहा। कभी हिजाब तो कभी नमाज, कभी भगवा रंग तो कभी जिहाद को लेकर मुद्दे उठ रहे हैं। राज्य के स्कूलों में कक्षाओं का भगवा रंग करने का विवाद अभी थमा नहीं कि अब मैसूर में एक बस स्टैंड को लेकर घमासान शुरू हो गया है। इस बस स्टॉपेज के शेल्टर का शेड किसी मस्जिद जैसा होने का आरोप लगाया गया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कर्नाटक में सांसद प्रताप सिम्हा ने इस शेल्टर को तोड़ने की धमकी दी है। उन्होंने ने कहा कि सार्वजनिक बस शेल्टरो के डिजाइन मस्जिदों के ऊपर बने गुंबदों की तरह हैं। प्रताप सिम्हा ने यह भी कहा कि मस्जिद की तरह बस स्टॉपेज का शेल्टर बनाने वाले निर्माण अधिकारियों को सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे इंजिनियर्स के खिलाफ भी कार्रवाई हो, जिन्होंने ऐसा शेल्टर बनाया है। मस्जिद की तरह तीन गुंबद सिम्हा ने चेतावनी दी कि अगर इस तरह के बस शेल्टर बनाए गए तो उन्हें गिराया जाएगा। उन्होंने कहा, 'मैंने मैसूर में ऊटी रोड पर बस स्टैंड पर गुंबदों को देखा है। शेल्टर्स के बीच में एक बड़ा गुंबद है और उसके दाएं-बाएं छोटे दो गुंबद बने हैं। ये देखने में बिल्कुल किसी मस्जिद जैसे नजर आते हैं।' पत्र लिखकर की शिकायत सांसद ने कहा, 'मैंने जब इन शेल्टर्स को देखा तो पहले धोखा खा गया कि इस तरह मस्जिद सड़क के किनारे कैसे बनाई गई हैं। फिर पास से देखा कि ये बस के वेटिंग एरिया का शेल्टर था। मैंने इसकी शिकायत की है। केआर आईडीएल इंजीनियरों को भी पत्र लिखा है। मैंने उन्हें तीन-चार दिन का समय दिया है। अगर ये शेल्टर्स नहीं गिराए गए तो मैं खुद अपने लोगों के साथ जाकर इन्हें गिरा दूंगा।' निर्माण में शामिल लोगों के खिलाफ हो कार्रवाई सांसद ने यह भी कहा कि इस निर्माण में शामिल लोगों के खिलाफ जांच कराई जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई हो। अगर बिल्डरों ने इसे अपने मन से बनाया है तो उनके खिलाफ ऐक्शन होना चाहिए। अगर इंजिनियर्स और अधिकारियों ने यह डिजाइन पास की है तो उन पर कार्रवाई हो।
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