पंजाबा से जाकर कनाडा में बस गया 34 वर्षीय लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके पंजाब पुलिस के लिए सरदर्द बन गया है। वह इसी साल 9 मई को चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वॉर्टर पर हुए ग्रिनेड हमले का मास्टरमाइंड है। उसी के इशारे पर रॉकेट से ग्रिनेड दागने वाला एक नाबालिग अभी दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा है। लांडा का एक बड़ा गैंग है जिसमें खूंखार गैंगस्टरों से लेकर बब्बर खालसा के आतंकी तक शामिल है। आइए जानते हैं कि आखिर पुलिस हेडक्वॉर्टर पर रॉकेट लॉन्चर से अटैक करवाने वाला यह है कौन... तरनतारन के हरिके पट्टन गांव का है लांडा पंजाब के तरनतारन जिले में एक गांव है- हरिके पट्टन। यहां सरकारी नौकरी से रिटायर्ड 75 वर्षीय नरंजन सिंह अपनी 65 वर्षीय पत्नी परमिंदर के साथ रहते हैं। इनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम है- तरसेम सिंह और छोटा बेटा है- लखबीर सिंह। वही लखबीर जो आज कनाडा जाकर बस गया है और बड़ा गैंगस्टर बन गया है। लखबीर अभी सिर्फ 34 वर्ष का है। लेकिन वह कई साल पहले ही उसने गुंडागर्दी शुरू कर दी थी। 2017 में उसके कनाडा जाने से पहले उसने ऐसी-ऐसा कारस्तानियां कर रखी थीं कि बड़े भाई तरसेम उसके साये से बचने के लिए गुप्त स्थान पर चले गए। इधर, मां और पिता बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं। परिवार, रिश्तेदार ने बनाई दूरी मां परमिंदर कौर बताती हैं कि उनका छोटा बेटा लखबीर कॉलेज के वक्त से ही झगड़े करने में मशगूल रहता है। वो खुलकर कहती हैं कि उनका बेटा अब अपराधी हो गया है और वो और उनके पति अब उससे दूर ही रहना चाहते हैं। वो बताती हैं, 'मेरे पति डाइबिटिक हैं। लेकिन कोई डॉक्टर हमारे यहां नहीं आना चाहता है। डॉक्टर तो छोड़िए, हमारे रिश्तेदार भी नहीं आना चाहते हैं। उन्हें पुलिस प्रताड़ना का डर सताता रहता है।' उन्होंने कहा कि वो एक तरफ गुंडों तो दूसरी तरफ पुलिस के बीच पिस रहे हैं। लखबीर की मां ने कहा कि एक साल पहले स्थानीय युवकों के एक गैंग ने उनके घर पर गोलीबारी की। पुलिस तो उनके घर आती-जाती ही रहती है। लांडा पर अब तक करीब 20 मामले दर्ज लखबीर सिंह लांडा पर गंभीर मामलों में करीब 20 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, उगाही के साथ-साथ नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी के मामले शामिल हैं। हरिके थाने में बीते 2 सितंबर को पाकिस्तान से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के मामले में जो एफआईआर दर्ज की गई है, उसमें भी लांडा की थोड़ी कुंडली दी गई है। एफआईआर में कहा गया है कि लांडा ने कनाडा से ही गैंग चला रहा है जो पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारतीय सीमा में हथियार, गोला-बारूद और ड्रग्स भेज रहा है। इस गैंग में नछत्तर सिंह उर्फ मोती, सतनाम सिंह, गुरकीरत सिंह, अनमोलदीप सोनी, चरत सिंह, गुरजंत सिंह, महावीर सिंह, सुखदेव सिंह और दलजीत सिंह जैसे गैंगस्टर हैं। ये सभी तरनतारन जिले के ही अलग-अलग गांव से हैं। कनाडा से चलाता है गैंग, पंजाब पुलिस पेरशान ये सभी गैंगस्टर लांडा के इशारे पर काम करते हैं और उसे हवाला के जरिए पैसे भेजते हैं। लांडा उसी पैसे को पाकिस्तान भेजकर हेरोइन और अवैध हथियार खरीदता है और ड्रोन से पंजाब पहुंचाता है। सितंबर में नछत्तर और अनमोलदीप पंजाब पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। दोनों पर हाल ही में कुरुक्षेत्र के शहाबाद एरिया में आईईडी लगाने का आरोप है। सोनी के पास से 103 ग्राम हेरोइन बरामद हुआ। वह मोहाली के खरार में छिपकर रह रहा था। विशाल 'कटटू' और हिम्मत सिंह को गिरफ्तार किया था। अमृतसर के डीसीपी मुखविंदर सिंह भुल्लर ने बताया था कि उनके पास से पॉइंट 32 बोर के देसी कट्टे, कुछ गोलियां, दो मोबाइल और एक मोटरसाइकल बरामद किया गया। कट्टू पर अलग-अलग थानों में छह मुकदमें दर्ज हैं। 2017 में देश छोड़कर भागा था लांडा लांडा पिछले 11 वर्षों से हरिके पुलिस की नाक में दम कर रखा है। उस पर पहला केस जुलाई 2011 में आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया था। तब उसने हत्या को अंजाम देने की कोशिश की थी। अब उसके खिलाफ अमृतसर, तरनतारन, मोगा और फिरोजपुर जिलों में अलग-अलग मामलों में मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस ने उसके कनाडा भागने से पहले आखिरी केस 2016 में दर्ज किया था। तब उस पर मोगी में किडनैपिंग का आरोप लगा था। अगले वर्ष 2017 में वह पाकिस्तान में रह रहे खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा की मदद से कनाडा चला गया था। वहां लांडा की बहन भी रहती है। कनाडा में उसने खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनैशनल (BKI) से जुड़ गया। अभी वह कनाडा के सास्काटून में रहता है। लांडा का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से भी लिंक है। उसने अमृतसर में एसआई दिलबाग सिंह की कार में आईईडी लगाने की कोशिश की थी। उजागर हो रहीं एक से बढ़कर एक कारस्तानियां कनाडा पुलिस ने सालभर की मेहनत के बाद पिछले वर्ष अप्रैल में एक इंटरनैशनल ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ किया था। तब कनाडा पुलिस ने 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनमें ज्यादातर का संबंध पंजाब से है। उनमें कई फिरोजपुर के माखू इलाके से हैं। वहीं, उसके उगाही के धंधे से पर्दा पिछले वर्ष जुलाई में उठा था जब अमृसर पुलिस ने एक गैंगस्टर दया सिंह उर्फ प्रीत सेखों को गिरफ्तार किया। उसने बताया कि लांडा के कहने पर 20 लोगों से उगाही कर चुका है। लांडा ने पिछले वर्ष अक्टूबर में फेसबुक पोस्ट के जरिए पुलिस को धमकी दी थी कि वो उसके परिवार या रिश्तेदार को नहीं छेड़े। तरनतारन पुलिस ने केंद्र सरकार को लांडा को कनाडा से भारत लाने के लिए के लिए रेड कॉर्नर सर्कुलर जारी करने का अनुरोध किया था। उसने सीबीआई से भी अनुरोध किया था कि लांडा पर फंदा कसने के लिए इंटरपोल की मदद ली जाए।
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