Thursday 13 April 2023

अब नीतीश से मिलने को बेचैन मांझी, बताने लगे पीएम उम्मीदवार, शाह से नहीं बनी बात?

पटना/दिल्ली: पूर्व मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की। जब तक मांझी की मुलाकात शाह से नहीं हुई थी, तब तक वो अपने बयानों में वो को भाव नहीं दे रहे थे। मगर जैसे ही वो शाह से मुलाकात कर बाहर निकले नीतीश की तारीफ में कसीदे गढ़ने लगे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि अमित शाह ने जीतन राम मांझी को भाव नहीं दिया। अब वो नीतीश कुमार से मिलने के लिए बेचैन हैं।

शाह से मुलाकात को लेकर टाइमिंग पर सवाल

जीतनराम मांझी के अमित शाह से मुलाकात की टाइमिंग को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी। चूंकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में विपक्षी पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इसी वक्त सरकार में सहयोगी जीतनराम मांझी की अमित शाह से भेंट हो रही है। ऐसे अंदजा लगाया जा रहा था कि बीजेपी में अपनी पोजिशन की तलाश में मांझी हैं। इसी सिलसिले में वो अमित शाह से मुलाकात करने के लिए काफी मुस्तैद दिखे। मगर अमित शाह के दफ्तर से बाहर निकलते ही मांझी के बोल बदल गए, अब वो नीतीश कुमार से मिलने के लिए बेचैन दिखे।

नीतीश कुमार से मिलने को लेकर बेचैन मांझी

नीतीश कुमार से मुलाकात को लेकर जीतनराम मांझी ने कहा कि उन्होंने बुधवार रात में समय मांगा था लेकिन नहीं मिला। गुरुवार सुबह को भी प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो पाई। अब रात नौ बजे की पटना की फ्लाइट है, नीतीश कुमार का भी टिकट उसी फ्लाइट में है तो देखते हैं, शायद मुलाकात हो जाए। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात ने सियासी अटकलबाजियों को तेज कर दिया। हालांकि शाह के ऑफिस से बाहर निकलते ही सभी कयासबाजियों को मांझी ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि हर हाल में सीएम नीतीश कुमार के साथ ही रहूंगा।

अब मांझी कर रहे नीतीश-तेजस्वी की तारीफ

अमित शाह से मिलने के बाद जीतन राम मांझी ने नीतीश की तारीफ की। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री बनें तो ये बेहद स्वर्णिम होगा। मैं साफ कर देता हूं कि जो राजनीति में कभी नहीं हुई है वो बात हमने की है। हमने भावुक कसम खाई है कि हम नीतीश कुमार के साथ रहेंगे, इसके बाद भी कोई सवाल उठाता है तो मैं समझता हूं कि ये बेईमानी है। मांझी ने कहा कि मैं नीतीश कुमार के साथ हूं और रहूंगा, इसमें कहीं कोई दो मत नहीं है। हम काम के लिए इनसे मिलते हैं। हम एनडीए के विरोध में और महागठबंधन के साथ हैं। खास तौर पर नीतीश कुमार के साथ हैं, जिनके लिए हमने भावुक कसम खाई है। जब हमने कसम खाई है तो इससे भी बड़ा कुछ होता है क्या? जाते-जाते मांझी ने तेजस्वी यादव की भी तारीफ की।


from https://ift.tt/82MRhnH

0 comments: