मुंबई: धाराशिव में लगे एनसीपी नेता अजित पवार के पोस्टर्स ने महाराष्ट्र की राजनीति को एक बार फिर गरमा दिया है। जहां पोस्टर्स पर लिखा है कि महाराष्ट्र के अगले सीएम अजित दादा पवार होंगे। बीते कई दिनों से महाराष्ट्र की सियासत बार-बार करवट लेती दिख रही है। जहां देखने को मिला कि अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने को लेकर बार-बार वे खुद इसको लेकर सफाई देते नजर आए। तो वहीं चाचा शरद पवार से लेकर एनसीपी के हर नेता ने इसको महज अफवाह बताया। वहीं इन दिनों महाविकास अघाड़ी में पड़ती दरार भी किसी से छिपी नहीं है। हालांकि राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अजित पवार के चाचा शरद पवार कब कौन सी चाल चल दें? यह तो कोई भी नहीं बता सकता है। लेकिन शिंदे गुट में शामिल बागी विधायकों को लेकर आने वाले सुप्रीम फैसले से पहले महाराष्ट्र में इस तरह की हलचल नई अटकलों को जरूर जन्म देते दिख रही है।
पहली बार नहीं हुई पोस्टर पॉलिटिक्स
सरकार बनाने के जादुई आंकड़े से काफी दूर रहने वाली एनसीपी में पोस्टर पॉलिटिक्स पहली बार देखने को नहीं मिल रही है। बल्कि इससे पहले भी एनसीपी कार्यालय के बाहर महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल और शरद पवार की बेटी के भावी सीएम वाले पोस्टर लग चुके हैं। यह बताने के लिए कहीं न कहीं काफी है कि पार्टी नेताओं में महत्वाकांक्षा चरम पर है। यही वजह है कि बीच बीच में एनसीपी की ओर से इस तरह के वाकये सामने आते रहे हैं।सीटों का नंबर गेम समझिए
महाराष्ट्र में सरकार बनाने में सक्षम होने के लिए किसी मोर्चे को 288 वाले सदन में 144 सीटों की आवश्यकता होती है। एनसीपी के पास फिलहाल 55 सीटें हैं। जबकि कांग्रेस के पास 44 हैं। वहीं जब महाविकास अघाड़ी वाली सरकार थी तो शासन के दौरान शिवसेना के पास 56 सीटें थीं। जिसके चलते महाराष्ट्र में उस वक्त तीन की तिकड़ी वाली एमवीए महागठबंधन की सरकार थी। हालांकि शिंदे और उनके गुट के विधायकों की बगावत के बाद महाविकास अघाड़ी वाली सरकार गिर गई थी। जिसके बाद बीजेपी ने शिंदे गुट के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। इसी के बाद उद्धव और शिंदे गुट के बीच राजनीतिक लड़ाई देश भर में चर्चा का विषय बनी थी।from https://ift.tt/2zV3P8f
0 comments: