विमल कुमार, नई दिल्ली: जसप्रीत बुमराह के टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद हर जगह यही बहस चल रही है कि उनकी जगह कौन-सा तेज गेंदबाज लेगा? सबसे प्रबल दावेदारी यूं तो मोहम्मद शमी की है और वह स्वाभाविक भी है। शमी के पास ना सिर्फ बुमराह की ही तरह अनुभव है, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर टेस्ट और वन-डे मैचों के दौरान अतीत का शानदार रिकॉर्ड भी है। बुमराह की ही तरह शमी को विरोधी खेमे से सम्मान हासिल होता है और बुमराह की ही तरह वो बेहद कुशल गेंद के कारीगर भी हैं। शमी ऑस्ट्रेलिया में रहे थे सबसे खूंखार बुमराह की तरह उनमें रफ्तार भी है और 2015 में ऑस्ट्रेलिया में हुए वर्ल्ड कप के दौरान वो बेहद कामयाब भी रहे थे। लेकिन, इतनी सारी खूबियों के बावजूद दुनिया तो क्या शमी के कट्टर समर्थक भी इस बात से शायद ही इनकार करें कि शमी सब कुछ हैं और हो सकते हैं, लेकिन टी20 फॉर्मेट में वह बुमराह तो नहीं हो सकते। दरअसल, उनसे ऐसी अपेक्षा रखना भी गैर वाजिब है, क्योंकि दो खिलाड़ी कभी भी एक जैसे नहीं हो सकते हैं। शमी भी हैं संकट में तो कौन है विकल्प? तसल्ली की बात ये है कि बुमराह की कमी को काफी हद तक को अगर कोई पूरा कर सकता है तो वो शमी ही हैं। फिलहाल शमी के साथ भी संकट है। वह कोविड से उबर तो चुके हैं लेकिन मैच अभ्यास से कोसों दूर हैं। भारत के लिए तो उन्होंने आखिरी बार टी20 मुकाबला नामिबिया के खिलाफ पिछले साल वर्ल्ड कप में ही खेला था। इस साल गुजरात टाइटंस के लिए शमी ने शानदार गेंदबाजी की लेकिन वो रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की योजनाओं में सबसे छोटे फॉर्मेट के लिए कही नहीं थे। लेकिन, अब हालात ऐसे है कि शमी इस टूर्नामेंट में भारत के लिए संकटमोचक की भूमिका में नजर आएं। सिराज इसलिए हैं सबसे बड़े दावेदार अगर शमी नहीं चुने जाते हैं तो अगला विकल्प क्या है? इस पर कोई बहुत ज्यादा रहस्य नहीं है। यहां पर मोहमम्द सिराज की दावेदारी है। शमी की ही तरह टी20 फॉर्मेट में सिराज का रिकॉर्ड उतना प्रभावशाली नहीं रहा है, लेकिन हाल के हफ्तों में सिराज ने दिखाया है कि सफेद गेंद की क्रिकेट में भी वो खुद को साबित कर सकतें हैं। रांची वन-डे के दौरान सिराज ने साउत अफ्रीका के टॉप ऑर्डर के सामने यही तो साबित किया। हर सवाल का जवाब सिराज हैं... सिराज ने कम से कम अपने जानदार खेल से ये तय कर दिया है कि वो ऑस्ट्रेलिया जाने के मामले में उमरान मलिक और टी नटराजन जैसे दूसरे तेज गेंदबाजों से कतार में काफी आगे हैं। अगर कोई फिलहाल टी20 वर्ल्ड कप में जाने से रोक सकता है तो वो शमी का अनुभव, उनकी योग्यता और उनकी फिटनेस। और ऐसा होता भी है तो सिराज को मलाल नहीं रहेगा क्योंकि वो एक बेहतर और सीनियर खिलाड़ी के चलते वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाएंगे। लेकिन, उन्हें इसके लिए मायूस होने की जरूरत भी नहीं होनी चाहिए क्योंकि इसमें शायद ही किसी को शक हो कि आने वाले दौर में सिराज टीम इंडिया के लिए उतने ही अहम होगे जितने की बुमराह और शमी फिलहाल हुआ करते हैं।
from https://ift.tt/M9edhVs
0 comments: