भोपालः के महाराज ने रामचरितमानस पर जारी विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि रामचरितमानस पवित्र ग्रंथ है और इसमें कोई जातिगत टिप्पणी नहीं है। यह लोगों को जोड़ने का काम करता है। उन्होंने इसको लेकर चल रहे विवाद को गैर जरूरी बताते हुए कहा कि इसके पीछे राजनीतिक कारण है।एक न्यूज चैनल से बातचीत में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि रामचरितमानस पर सवाल उठाने वालों को इलाज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस रामसेतु की तरह लोगों को जोड़ता है। उन्होंने हिंदू समाज से जातिवाद से बाहर निकलने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि विदेशी ताकतें जातिवाद के नाम पर सामाजिक वैमनस्य फैलाने की साजिश कर रही हैं।बागेश्वर सरकार ने कहा कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है और हमेशा रहेगा। इसकी केवल औपचारिक घोषणा बाकी है। उन्होंने बताया कि हिंदू का मतलब है हिंसा का दमन करने वाला। सनातन धर्म को मानने वाले हिंसा में भरोसा नहीं करते। हिंदू राष्ट्र में सभी को रहने का अधिकार है। ये सारा विवाद इसलिए हो रहा है क्योंकि विदेशी ताकतें हमें आपस में बांटना चाहती हैं और लड़ाना चाहती हैं।अपने कथित चमत्कारी शक्तियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे केवल परंपराओं का प्रदर्शन करते हैं। माइंड रीडर्स को खुली चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी शक्तियों को ट्रिक बताने वालों से मुकाबला करने को वे तैयार हैं।धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि पूरे देश में भोले-भाले लोगों का धर्मांतरण हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि उनके शिष्यों ने हाल में 1100 लोगों की घरवापसी कराई है।
from https://ift.tt/D9iSZnq
0 comments: