इस्लामाबाद: 27 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना (IAF) ने पाकिस्तान की उस कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जिसके तहत भारत की सीमा में पाकिस्तान एयरफोर्स के जेट्स को भेजा गया। इसका मकसद इन जेट्स को मकसद भारत के मिलिट्री बेसेज, डिपो और वायुसेना के बेसेज को निशाना बनाना था। आईएएफ ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और विंग कमांडर अभिनंदन ने एक एफ-16 को मिग-21 से ढेर कर दिया। ग्रुप कैप्टन अभिनंदन का जेट क्रैश हो गया और वह पाकिस्तान की सीमा में जा गिरे थे। जहां पूरे मुल्क की दुनिया के सामने बेइज्जती हुई तो वहीं हमले की डर की वजह से अभिनंदन को रिहा किया गया। वायरल हुआ सांसद का वीडियो पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में अयाज सादिक सांसद ने देश की पोल खोली थी। सादिक ने बताया था कि आखिर 27 फरवरी को जब अभिनंदन को बंदी बनाया गया तो माहौल कैसा था। देश की तत्कालीन इमरान सरकार ने अभिनंदन को अंतरराष्ट्रीय दबाव में छोड़ा था। सादिक का जो वीडियो इस समय वायरल हो रहा है वह अक्टूबर 2020 का है। सादिक ने कहा था, 'आप क्या बात करते हैं शाह महमूद कुरैशी उस मीटिंग में थे, जिसमें पीएम ने आने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आर्मी चीफ मीटिंग में आए। पैर कांप रहे थे, पसीने माथे पर और हमसे विदेश मंत्री शाह महमूद ने कहा कि खुदा का वास्ता इसको वापस जाने दें क्योंकि नौ बजे हिन्दुस्तान, पाकिस्तान पर हमला करने वाला है।'पाकिस्तान ने फरवरी 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के अगले दिन यानी 27 फरवरी को भारत को जवाब देने के लिए 'ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट' को लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान एयरफोर्स (PAF) के एफ-16 फाइटर जेट्स जम्मू कश्मीर की सीमा में दाखिल हो गए थे। इनमें से ही एक जेट को अभिनंदन ने ढेर कर दिया था। मिसाइल हमले का डर अयाज सादिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PMLN) के सांसद हैं। सादिक ने कहा था कि भारत की तरफ से मिसाइल हमले के डर ने पाकिस्तान की सरकार ने ग्रुप कैप्टन अभिनंदन को उनके देश वापस भेजने का फैसला किया था। सादिक ने कहा कि जिस तरह से इमरान सरकार ने इस पूरे मसले को हैंडल किया, वह वाकई निराश करने वाला था। 56 घंटे के बाद उन्हें रिहा किया गया और पाकिस्तान की असलियत भी सामने आ गई। उस समय तो मुल्क ने अभिनंदन को रिहा करने पर पीठ ठोंकी। मगर अब असलियत सामने आ गई है। उस समय पाकिस्तानी सेना के मुखिया जनरल कमर जावेद बाजवा थे। शहबाज ने ठोंकी पीएएफ की पीठ वहीं, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस सबक के बाद भी पीएएफ की पीठ ठोंक रहे हैं। एक ट्वीट कर उन्होंने अपनी अपने सेनाओं को ताकतवर बताया है। शरीफ ने ट्वीट किया और लिखा, आज हम समृद्धशाली पीएएफ को याद करते हैं जिसने एक झूठे पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के एयर स्पेस का उल्लंघन करने वाले भारत को मुंहतोड़ जवाब दिया था। हमारा मकसद सबके साथ शांति कायम करना है, हमारे देश की रक्षा करना नैतिक कर्तव्य है।'
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