Saturday, 3 December 2022

पहले मां... फिर पति को मार डाला, हत्यारिन पत्नी से मिले धीमे जहर से कारोबारी की मौत, पूरी कहानी

मुंबई: मुंबई पुलिस ने एक महिला और उसके प्रेमी को कारोबारी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या का जाल बुना। पुलिस के मुताबिक महिला और उसका प्रेमी कारोबारी कमलकांत शाह की संपत्ति हड़पना चाहते थे। महिला काजल शाह और उसके प्रेमी हितेश जैन ने मिलकर सांताक्रूज के कपड़ा कारोबारी की हत्या की पूरी प्लानिंग की। दोनों ने कारोबारी को धीरे-धीरे जहर देना शुरू किया। जिससे उसके शरीर के अंग खराब होते चले गए और आखिरकार उसकी मौत हो गई। वहीं पुलिस की छानबीन में एक और चौंका देने वाला खुलासा सामने आया है। जिसमें पता चला है कि कारोबारी की मां की मौत भी इसी तरह से हुई थी। पुलिस ने बताया कि काजल ने अपने पति की नीतियों के बारे में बीमा एजेंसियों से पूछताछ कर जानकारी भी जुटाई थी।

खाने में मिलाते थे जहर

पुलिस की छानबीन में पता चला है कि पति की हत्या की आरोपी महिला उसके खाने में जहर मिलाती थी। पुलिस ने उस जगह का भी पता लगाया जहां से काजल शाह और उसके प्रेमी हितेश जैन ने जहरीला पदार्थ खरीदा था। पत्नी इसी जहर को पति कमलकांत के खाने में परोसा करती थी। मामले में गवाह रहे केमिकल डीलर का बयान भी पुलिस ने दर्ज किया है। सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने काजल और जैन को हिरासत में लेकर उनसे करीब 10 घंटे तक अलग-अलग पूछताछ की। जिसमें दोनों ने अपराध जुर्म स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को गुरुवार को गिरफ्तार किया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख चौंके डॉक्टर

शाह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आते ही डॉक्टर चौंक गए। क्योंकि कारोबारी के शरीर के अंग एक के बाद एक कर खराब होने लगे। डॉक्टरों को तब कारोबारी की ब्लड रिपोर्ट में धातु की मौजूदगी का संदेह हुआ। जांच से पता चला कि उसकी पत्नी और प्रेमी ने उसे मारने के लिए खाने में थैलियम और आर्सेनिक देने की साजिश रची थी। 24 अगस्त को शाह ने पेट दर्द की शिकायत की और उल्टी करने लगे। उन्होंने अपने परिवार के डॉक्टर से दवाएं लीं। लेकिन फिर भी दर्द बने रहने पर उन्हें अंधेरी के क्रिटिकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब शाह का दर्द कम नहीं हुआ तो उन्हें बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।

मां की भी ऐसे ही हुई थी मौत

कपड़ा कारोबारी कमलकांत शाह की मां की भी कुछ दिनों पहले मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि उनकी मां की भी इसी तरह पेट दर्द की शिकायत के बाद मौत हो गई थी। यानी कि कहीं न कहीं पुलिस को इस बात का इशारा मिला कि कारोबारी की पत्नी ने मां के खाने में भी कुछ ऐसा ही मिलाया होगा। पुलिस के मुताबिक काजल और प्रेमी हितेश जैन कारोबारी शाह से छुटकारा पाकर उनकी संपत्ति हड़पना चाहते थे। इसलिए उन्होंने आर्सेनिक और थैलियम खरीदा। दोनों ने प्लानिंग के तहत पहले इसे कारोबारी की मां को दिया और फिर बाद में उसे भी खाने में मिलाकर परोसा गया।
पति-पत्नी के बीच अच्छे नहीं थे रिश्ते
पुलिस की जांच में सामने आया है कि कारोबारी पति कमलकांत शाह और पत्नी काजल के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। दरअसल काजल का अपने बचपन के दोस्त हितेश से अफेयर था। इस रिश्ते की भनक पति को लग गई थी। इसे लेकर पति ने काजल से सवाल भी किया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'काजल इस वाकये के बाद अपने पति से लड़ी और अपने माता-पिता के साथ रहने चली गई। वह इस साल 15 जून को कुछ शर्तों पर लौटी। काजल का कहना था कि वह शाह के लिए नहीं बल्कि सिर्फ बच्चों के लिए वापस आई थी।
परिवार को कैसे हुआ शक?
कारोबारी की मौत को लेकर परिवार को पत्नी काजल की हरकतों पर शक हो गया। दरअसल जब पति कमलकांत अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती था तो काजल उससे दो लाख रुपयों की डिमांड करने लगी। तभी कारोबारी की बहन कविता को शक हुआ कि कोई पत्नी ऐसा कैसे कर सकती है। कविता ने कहा कि काजल ने शाह की मदद करने या उन्हें किसी भी प्रकार की भावनात्मक राहत देने का प्रयास तक नहीं किया। इसके साथ ही जब शाह के ब्लड चेकअप कराने के लिए कहा गया तो वो अस्पताल से निकल गई। दरअसल जांचकर्ता चाहते थे कि क्या शाह ने भी मां की तरह ही खाना खाया था। परिवार की मानें तो काजल की कुछ बातों ने यह पूरी तरह से साफ कर दिया था कि कहीं न कहीं कारोबारी की मौत में उसका दखल है। बहन ने आरोप लगाते हुए कहा कि काजल ने अपने भाइयों की मदद से कारोबारी के ऑफिस को बेच दिया। इसके बाद कारोबारी की तबियत खराब होने के बाद भी बार-बार पैसे मांगना। अवैध रिश्ते के बारे में पता चलते ही घर छोड़कर चले जाना। शर्तों के साथ घर वापसी करना जेैसी कुछ बातें थीं। जिसकी वजह से काजल पर शक गहराता चला गया। दोनों पक्षों का अपना-अपना मत अभियुक्त हितेश जैन के अधिवक्ता हितेश पटेल ने कहा कि वर्तमान अपराध केवल संदेह पर आधारित है। 'पीड़ित की मौत सितंबर में हुई थी जिसके बारे में कोई विस्तृत रिपोर्ट नहीं थी। केवल एक पारिवारिक सदस्य के कहने से यह साबित नहीं होगा। मेरे मुवक्किल के पास से कोई आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई है जो कि मामले से जुड़ी हुई है। पुलिस की दलील के बाद मजिस्ट्रेट ने कहा ' पुलिस कारोबारी की मौत के साथ-साथ उसकी मां की हत्या की साजिश की जांच करना चाहती है। ऐसे में हिरासत को खारिज किया जाना निश्चित तौर पर जांच में बेदखली कही जाएगी। कोर्ट ने कहा कि मेडिकल की जांच रिपोर्ट प्रथम दृष्टया हत्या की साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं।


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