वॉशिंगटन: इस समय कई भारतीयों का 'अमेरिकन ड्रीम' चकनाचूर होता नजर आ रहा है और इसकी वजह है वीजा मिलने में देरी। कोविड-19 महामारी के बाद जब सफर करना आसान हुआ है तो एक नई मुसीबत भारतीय पर्यटकों और प्रोफेशनल्स के सामने खड़ी हो गई है। जो लोग साल 2020 में अमेरिका जाना चाहते थे, उनके रास्ते में महामारी आ गई और उनके सारे प्लान चौपट हो गए। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की तरफ से भरोसा दिलाया गया है कि इस समस्या को जल्द सुलझा लिया जाएगा लेकिन फिलहाल कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। अमेरिका को हो रहा नुकसान बहुत से भारतीय पर्यटक ऐसे हैं जो अपने परिवार से मिलने के लिए ओर छुट्टी मनाने के लिए अमेरिका जाना चाहते है। उन्हें वीजा के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वीजा हासिल करने से पहले जरूरी इंटरव्यू सारी मुसीबतों की जड़ है क्योंकि इसमें ही देरी हो रही है। यह मुद्दा अब अमेरिका से भारतीय पर्यटकों को दूर कर रहा है। इसका साफ अर्थ यही है कि अमेरिका में पर्यटन का एक बड़ा स्रोत सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहा है। इसकी वजह से अमेरिका को लाखों डॉलर्स का नुकसान उठाना पड़ रहा है। भारतीय पर्यटक समझ गए हैं कि जल्द यह समस्या दूर होती नजर नहीं आ रही है। महामारी बनी रोड़ा जिस समय महामारी ने दुनिया में पैर पसारने शुरू किए तो कई भारतीयों ने एजेंट्स की मदद लेनी शुरू कर थी ताकि जटिल टूरिस्ट वीजा प्रक्रिया में उन्हें मदद मिल सके। उन्हें वीजा इंटरव्यू के लिए अप्वाइंटमेंट्स भी मिल गए लेकिन महामारी की वजह से प्रक्रिया अटक गई। अब जबकि स्थितियां बदल गई हैं तो लोगों ने फिर से इसे दोहराना शुरू किया। कई भारतीयों ने जो 14,000 रुपए तक की फीस भी अदा करदी है और थर्ड पार्टी एजेंट को भी अच्छी खासी पेमेंट दे डाली है। अब इन भारतीयों को नहीं मालूम है कि वह दोबारा फीस देने की स्थिति में होंगे या नहीं। कैसे मिलता है वीजा बिजनेस या टूरिस्ट वीजा हासिल करने के लिए भारतीय नागरिक को कई अहम जानकारियां देनी जरूरी होती हैं। उन्हें बताना होता है कि वो अमेरिका क्यों जा रहे हैं, उन्हें इस बात का सबूत भी देना होता है कि अमेरिका में अपनी वित्तीय मदद कर सकते हैं या नहीं। इसके अलावा वर्क हिस्ट्री और शैक्षिक पृष्ठभूमि के बारे में भी बताना होता है। उन्हें अमेरिका में रहने वाले अपने रिश्तेदार के बारे भी बताना होता है और साथ ही वो कहां रूकेंगे इसकी जानकारी भी देनी होती है। अगर सबकुछ सही रहा तो फिर वीजा प्रक्रिया की आखिरी सीढ़ी पर्सनल इंटरव्यू होती है। क्या है विदेश विभाग का दावा अमेरिकी विदेश विभाग ने पिछले दिनों कहा है कि उसे यह मालूम है कि भारत में वीजा आवेदन में देरी हो रही है। बाइडन प्रशासन की तरफ से भरोसा दिलाया गया है कि इसे जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा। 11 नवंबर को अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने भारतीय समकक्ष निर्मला सीतारमण से मुलाकात की थी। दोनों की मुलाकात में वीजा पर कई अहम बातों पर चर्चा हुई थी। अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से दिसंबर की शुरुआत में नई दिल्ली स्थिति दूतावास में इंटरव्यू होने थे लेकिन इसका इंतजार भी काफी लंबा है। कहां पर कितना इंतजार नई दिल्ली में 936 दिन, हैदराबाद में 780 और मुंबई में वीजा के लिए 999 दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है। विदेश विभाग का दावा है कि वीजा प्रक्रिया में सुधार हुआ है और आगे भी होता रहेगा। उसकी मानें तो कोविड महामारी से जुड़ी पाबंदियों और कर्मचारियों की कमी संबंधी चुनौतियों से अमेरिका अभी उबर रहा है। अभी तक एजेंसियां वीजा सेवाओं की बढ़ती दरकार को पूरा करने के लिए लगातार काम कर रही है।
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