Tuesday 24 January 2023

अचानक अपने स्टैंड से पलट गए उपेंद्र कुशवाहा, अंगारे क्यों बन गए फूल?

पटना: को जेडीयू किनारे करने की तैयारी में है। इसका अंदेशा उपेंद्र कुशवाहा को भी है। इसीलिए वे अब सफाई देने लगे हैं। वह यह भरोसा दिला रहे हैं कि उनके नेता के खिलाफ जब आरजेडी के विधायक ने अपमानजनक शब्दों के प्रयोग किया तो पार्टी का कोई नेता खड़ा नहीं हुआ। वे सामने आये और इसका प्रतिकार किया। अब उन पर ही संदेह जताया जा रहा है। पार्टी के साथ रहते हुए वह नीतीश की इज्जत पर कभी आंच नहीं आने देंगे। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश को महागठबंधन में कमजोर करने की साजिश चल रही है। नीतीश के बारे में क्या-क्या नहीं कहा गया। आरजेडी के एक विधायक ने नीतीश कुमार को शिखंडी, भिखारी, बेशर्म जैसे विशेषणों से नवाजा। तब पार्टी का कोई आदमी सामने नहीं आया। उन्होंने अकेले इसका विरोध किया। जेडीयू को कमजोर करने की साजिश चल रही है। यह बात वे लगातार कह रहे हैं। उन्हें जिसे जो कहना है कहे, लेकिन वे जेडीयू को बर्बाद होते नहीं देखना चाहते।

आरजेडी बार-बार कहती रही है गठबंधन के डील की बात

उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि 'आरजेडी की ओर से कई बार कहा गया है कि गठबंधन के समय जो डील हुई है, सारी चीजें उसी अनुरूप चल रही हैं। आखिर किस तरह की डील आरजेडी से हुई है। हमें भी यह जानने का हक है। आरजेडी के नेता जिस तरह के बयान देते हैं, वह नीतीश कुमार को खारिज करने की ओर इशारा करते हैं। वे लोग नीतीश को सीएम की कुर्सी से हटाने को आतुर हैं।' कुशवाहा ने कहा कि उनके खिलाफ जो साजिश रची जा रही है, वह उनके नहीं, बल्कि नीतीश कुमार के खिलाफ है। कुशवाहा दरकिनार होते हैं तो इसका सीधा अर्थ नीतीश कुमार को कमजोर करना है। नीतीश के खिलाफ बोलने वालों को कुशवाहा रोक रहे हैं, इसलिए उन्हें किनारे करने का षडयंत्र रचा जा रहा है।

गठबंधन के लिए क्या डील हुई, इसका खुलासा हो

कुशवाहा ने कहा कि जिस वक्त महागठबंधन क साथ जेडीयू ने जाने का फैसला किया, उस वक्त क्या डील हुई, इसका खुलासा होना चाहिए। पार्टी को कार्यकारिणी की बैठक बुला कर इसे बताना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या गठबंधन इसलिए हुआ था कि उसके नेता नीतीश कुमार के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया जाये और जिस दल का व्यक्ति ऐसा करे, उसे खुली छूट मिलती रहे। अगर उपेंद्र कुशवाहा ऐसे बयानों के खिलाफ खड़ा नहीं हुआ होता तो सुधाकर सिंह को आरजेडी शो कॉज नोटिस जारी नहीं करता।

कुशवाहा को किनारे करने की तैयारी में है जेडीयू

उपेंद्र कुशवाहा को यू टर्न लेते हुए सफाई इसलिए देनी पड़ी, क्योंकि उनके बयान को पार्टी विरुद्ध आचरण मानते हुए जेडीयू ने उन्हें किनारे करने की तैयारी कर ली है। कुशवाहा ने कहा था कि जेडीयू के शीर्ष नेता बीजेपी के संपर्क में हैं। हालांकि इसी तरह की टिप्पणी उन्होंने आरजेडी के लिए तब की थी, जब रामचरित मानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव का बयान आया था। उसेक बाद वे अपने रूटीन हेल्थ चेकअप के लिए दिल्ली चले गये थे, जहां बीजेपी के कुछ नेता उनसे मिलने एम्स पहुंचे थे। यहीं से उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू की नजरों में संदिग्ध हो गया थे। नीतीश ने उनके बारे में टिप्पणी की कि वे तो इधर-उधर आते-जाते ही रहते हैं। लौटने पर कुशवाहा ने गुस्से में कह दिया कि वे ही क्यों, यहां तो जेडीयू के शीर्ष नेता पहले से ही बीजेपी के संपर्क में हैं। हालसांकि उनकी यही बात उनके गले की हड्डी बन गयी है। इसी बयान के बाद उन्हें पार्टी से निकालने की तैयारी चल रही है।रिपोर्ट- ओमप्रकाश अश्क


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