साइबर फ्रॉड करने वाले जालसाज अक्सर पकड़ से बच जाते हैं, इसकी वजह है कि वह अपनी पहचान छुपाने में कामयाब रहते हैं। साइबर अपराधी इंटरनेट की अंधेरी दुनिया कहे जाने वाले डार्क वेब से ऐसे सॉफ्टवेयर खरीद रहे हैं, जो अपराध के समय उनकी गोपनीयता बनाए रखता है। डार्क वेब, वेब का एनक्रिप्टेड पार्ट होता है और उसे ट्रैक नहीं किया जा सकता। यह तरीका अपनाने वाले साइबर अपराधियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हम आपको बता रहे हैं कि क्या है डार्क वेब और कैसी है इंटरनेट की अंधेरी दुनिया।from Navbharat Times http://bit.ly/2JcjPT0
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