मुंबई के 48 वर्षीय दादाराव बिल्होरे और उत्तर प्रदेश ललितपुर के रहने वाले 79 वर्षीय रूपनारायण निरंजन के जीवन का उद्देश्य है सड़कों के गड्ढे भरना है। उनके जीवन में हुई एक घटना के बाद उन लोगों ने अपने आस-पड़ोस की सड़कों पर बने गड्ढों को भरना शुरू किया।
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