देश के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने न्यायपालिका के अंदर और बाहर से उठने वाली विरोध की आवाजों पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि निंदा करना बहुत आसान है, लेकिन 'व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं और शिकायतों' को अलग रखकर एक संस्थान को मजबूत करना मुश्किल है।from Navbharat Times https://ift.tt/2OExodf
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