भारत के कच्चे तेल के आयात पर खर्च 2018-19 में 26 अरब डॉलर (करीब 1.82 लाख करोड़ रुपये) ज्यादा हो सकता है, क्योंकि रुपये में रेकॉर्ड गिरावट के चलते विदेश से तेल खरीदने के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। इससे पेट्रोल, डीजल और कुकिंग गैस (एलपीजी) की कीमत में भी बढ़ोतरी होगी, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा।from Navbharat Times https://ift.tt/2nJqYy7
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