पूर्व राज्यसभा सदस्य तथा पांचजन्य के संपादक तरुण विजय अपना अनुभव साझा करते हैं 'पांचजन्य में उन दिनों सोनिया जी के नेतृत्व में कांग्रेस की आलोचना अक्सर तीखी हो जाती थी। ऐसा ही एक अंक देख उन्होंने पीएमओ से फोन किया, 'विजय जी! नीतियों और कार्यक्रमों पर चोट करिए, व्यक्तिगत बातों को आक्षेप से बाहर रखिए।from Navbharat Times https://ift.tt/2PgJHh8
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