WhatsApp ने अपने यूजर्स से कहा है कि अगर कोई यूजर अपने डेटा के बैकअप को गूगल ड्राइव में रखता है तो वह इन्क्रिप्टेड यानी छिपी भाषा में नहीं रह जाएगा। उस डेटा को गूगल चाहे तो पढ़ सकता है और मांगे जाने पर उसे सिक्यॉरिटी एंजेंसियों को मुहैया भी करा सकता है।from Navbharat Times https://ift.tt/2MZFO21
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