आज के समय में जब लोग अपने माता-पिता को वृद्धाश्रम पहुंचा रहे हैं, तब पलवल के चार भाई मां-बाप की सेवा के लिए अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं। पलवल के एक गांव में रहने वाले ये चारों भाई श्रवण कुमार की तरह अपने माता-पिता को कंधों पर बैठाकर हरिद्वार की कांवड़ यात्रा पर निकले।from Navbharat Times https://ift.tt/2M6uK2v
0 comments: