संभव है कि इस दुलत डॉक्ट्रीन के पीछे कोई गलत मंशा नहीं रही होगी। अलगाववादियों को अपने पक्ष में करके पाकिस्तान को पस्त किया जा सकता है, उनकी यह सोच अच्छी हो सकती है, लेकिन क्या कभी ऐसा हो पाया? कल्पना कभी वास्तविकता में बदल नहीं पाई तो फिर फेल्ड डॉक्ट्रीन पर टिके रहने का मतलब क्या है?
from Navbharat Times https://ift.tt/hJetm0A
Home
NBT HOME Navbharat Times
ब्लॉग: आतंकियों का साथ, हर बात के लिए भारत सरकार पर दोष.. पूर्व रॉ चीफ दुलत ने यूं ही कश्मीर फाइल्स को नहीं बताया प्रॉपगैंडा
Monday, 28 March 2022
Related Posts:
अब कर्नाटक में जलप्रलय, 3500 लोग बचाए गएकेरल में बारिश और बाढ़ से बर्बादी के बाद अब दक्षिण भारत के एक और राज्य… Read More
अब गोल्ड-प्लैटिनम से सस्ता होगा आपका फोन!अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक ऐसा धातु बनाया है जो आपके स्मार्टफोन्स की की… Read More
'परिंदा उड़ जा...' और उड़ जाती थी बाइकदिल्ली-एनसीआर में बाइक चुराने वाले गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। … Read More
नए TV का यह है सही मौका, आधी हुईं कीमतेंअभी दो साल पहले तक देश में इसकी आधी संख्या में टीवी कंपनियां थीं। प्रा… Read More
0 comments: