इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (IIT Madras) ने फर्टिलाइजर प्लांट से हर साल निकलने वाले लाखों टन जिप्सम वेस्ट (Gypsum Waste) में ग्लास फाइबर (Glass Fiber) को मिलाकर पक्का मकान बनाया है. इस तकनीक का इस्तेमाल करने से मकान बनाने में ईंट-सीमेंट के मुकाबले 30 फीसदी कम समय लगा, जबकि लागत बहुत कम (Low Cost Houses) आई.
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...तो क्या आपको अब घर बनाने में नहीं होगी ईंट-सीमेंट-रेत और स्टील की जरुरत?
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