नई दिल्लीओलिंपिक्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स। इन चार मेगा इवेंट में भारतीय स्टार शटलर ने विमिंस सिंगल्स बैडमिंटन के फाइनल में जगह बनाई है, लेकिन एक बार भी वह अपनी झोली में गोल्ड डालने में कामयाब नहीं हो पाईं। फाइनल में जाकर चूकने वालीं सिंधु के पास आज अपने करियर का सबसे बड़ा खिताब जीतने का एक और मौका होगा, जब वह के फाइनल में कोर्ट पर उतरेंगी। जीत चुकी हैं चार मेडल सिंधु ने शनिवार को ऑल इंग्लैंड चैंपियन चेन यु फेई पर सीधे गेम में मिली जीत से लगातार तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। सिंधु ने इस प्रतिष्ठित टूर्नमेंट के पिछले दो चरण में लगातार सिल्वर मेडल हासिल किए, इसके अलावा उनके नाम दो ब्रॉन्ज मेडल भी हैं। हैदराबादी खिलाड़ी ने 40 मिनट तक चले सेमीफाइनल में चीन की दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी चेन यु फेई को 21-7, 21-14 से शिकस्त दी। अब सामना ओकुहारा सेचौबीस साल की इस भारतीय खिलाड़ी को खिताब के लिए जापान की नाओमी ओकुहारा से भिड़ेगी। ओकुहारा ने थाइलैंड की 2013 की वर्ल्ड चैंपियन रतचानोक इंतानोन को 17-21, 21-18, 21-15 से सेमीफाइनल में शिकस्त दी। साल 2017 में इस टूर्नमेंट के फाइनल में सिंधु और ओकुहारा के बीच खिताबी टक्कर हो चुकी है। एक घंटे 50 मिनट तक चले उस मैराथन भिड़ंत में ओकुहारा ने बाजी मारी थी।
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