Tuesday, 11 June 2019

'वायु' से सहमा गुजरात, 3 लाख का रेस्क्यू, अलर्ट

अहमदाबाद अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान पश्चिमी तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह महाराष्ट्र से उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक वायु के 13 जून को गुजरात के तटीय इलाकों पोरबंदर और क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है। इस बीच हालात से निपटने और तकरीबन 3 लाख लोगों का रेस्क्यू कराने के लिए सेना और ने कमर कस ली है। इससे पहले पिछले महीने आए फोनी तूफान से ओडिशा में काफी तबाही हुई थी। गुजरात के और कच्छ इलाके में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। का असर महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा में भी पड़ने की संभावना है। 110-135 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं गुजरात में वायु चक्रवात की रफ्तार 110 से 135 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। इसका लैंडफॉल (समुद्र तट से टकराने का स्थान) सौराष्ट्र तट के करीब होने का अनुमान है। अभी चक्रवात अपनी वर्तमान स्थिति से उत्तर की ओर (कोंकण तट से) सौराष्ट्र के पोरबंदर और महुवा के बीच बढ़ रहा है। चक्रवाती तूफान की वजह से कच्चे मकानों और कमजोर इमारतों को नुकसान, बिजली सप्लाइ प्रभावित होने के साथ ही निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका जताई जा रही है। 'सौराष्ट्र में 60 लाख आबादी प्रभावित' तूफान से सबसे ज्यादा कच्छ, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, जूनागढ़, दीव, गिर, सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिलों में नुकसान का अनुमान है। गुजरात के डेप्युटी सीएम नितिन पटेल ने मीडिया को बताया कि सौराष्ट्र इलाके के 10 जिलों के 408 गांवों में रहने वाली तकरीबन 60 लाख की आबादी के चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है। पढ़ें: सेना की 10 टुकड़ियां तैनात रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए राज्य सरकार ने सेना की 10 कॉलम (टुकड़ी) को पश्चिमी तट पर तैनात किया है। जामनगर, गिर, द्वारका, पोरबंदर, सोमनाथ, मोरबी, भावनगर, राजकोट और अमरेली में सेना को लगाया गया है। सेना की सभी टुकड़ियों को बुधवार दोपहर 12 बजे तक सभी जिला मुख्यालयों पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए सेना की 24 टुकड़ियों को तैयार रहने को कहा गया है। एक कॉलम में सेना की इंफैंट्री, आर्टिलरी, सिग्नल, इंजिनियर्स और मेडिकल कॉर्प्स के जवान होते हैं। मौसम विभाग ने अगले 12 घंटों में चक्रवाती तूफान के और अधिक गंभीर रूप धारण करने की संभावना जताई है। गुजरात के अधिकारी ओडिशा में आए 'फोनी' तूफान के समय अपनाई गई तकनीक के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। स्टेट इमर्जेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) ने सेना को किसी भी तरह की आपात स्थिति के दौरान मदद मुहैया कराने के लिए गुजारिश की है। गृह मंत्रालय में बैठक, अडवाइजरी जारी इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। गुजरात के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश दीव के लिए भी अडवाइजरी जारी की गई है। समीक्षा बैठक के दौरान गृह मंत्री ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही बिजली, संचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी जरूरी सेवाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। इस बैठक में गृह सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सेक्रटरी के अलावा मौसम विभाग और गृह मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद रहे। 3 लाख का होगा रेस्क्यू, 700 साइक्लोन सेंटर गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'गुजरात और दमन दीव प्रशासन ने 3 लाख लोगों को सुरक्षित निकालने की तैयारी की है। इसके साथ ही चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले इलाकों की पहचान की गई है। लोगों को रेस्क्यू के बाद 700 साइक्लोन रिलीफ सेंटरों में शिफ्ट किया जाएगा। गुजरात और दमन दीव में राहत कार्यों में मदद के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल) की 39 टीमों को पहले ही तैनात किया जा चुका है।'


from Navbharat Times http://bit.ly/2ZizTHx

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