शंगरी-ला डायलॉग की शुरुआत 2002 में हुई थी और पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो यहां अपना संबोधन देंगे। एशिया क्षेत्र में शक्ति संतुलन और सहयोग के अवसरों को बढ़ाने के लिहाज से इस डायलॉग को बहुत अहम माना जाता है। समुद्री सीमाओं और साउथ चाइना सी में चीन के दखल रोकने को लेकर भी चर्चा होगी।from Navbharat Times https://ift.tt/2smjfc4
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