Saturday, 19 May 2018

पड़ताल: यह है भिखारियों की दुनिया की हकीकत

नए हो... लग रहा है...अरे...दो कश चिलम के नहीं मारोगे...तो कोई पूछेगा भी नहीं...चेहरे पर मासूमियत और लाचारी झलकनी चाहिए...समझे...ऐसे भिखारी नहीं बनते, न ही ऐसे भीख मिलती...चलो मार लो दो-चार सुट्टा...और हां...दो पैग भी मार लेना देसी के...बगल में ही ठेका है। उधर ले जाओ इसको...नया है अभी...इतना कहते हुए शनि मंदिर के बाहर बैठे एक भिखारी ने एनबीटी के रिपोर्टर को भिखारी बनने की टिप्स देते हुए पहले पायदान पर चढ़ा दिया।

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