विवादों से घिरे नागरिकता (संसोधन) विधेयक पर बीजेपी की चुप्पी के बाद असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को जनता द्वारा मिले खिताब जातीय नायक (नैशनल हीरो) की विश्वसनीयता भी खतरे में है। ऐसे में सर्बानंद ने कहा है कि अगर वह राज्य के लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकते तो सत्ता में रहने का उनका कोई औचित्य नहीं बनता है।from Navbharat Times https://ift.tt/2rDV1db
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