
मैनचेस्टर को अपने आखिरी ग्रुप मैच में के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही वह राउंड रॉबिन राउंड के बाद भारत के बाद दूसरे स्थान पर रही। अब सेमीफाइनल में उसका सामना इंग्लैंड के साथ होगा। शनिवार को मैनचेस्टर में डेविड की सेंचुरी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को 10 रनों से हार का सामना करना पड़ा। डु प्लेसिस के 93 बॉल पर 100 रनों की पारी के दम पर साउथ अफ्रीका ने 6 विकेट पर 325 का स्कोर बनाया। इसके अलावा विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक के शानदार रन आउट और एक हाथ से पकड़े शानदार कैच ने ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 4 विकेट पर 119 रन कर दिया था। इस समय पर उनके बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा रिटायर्ड हर्ट हो चुके थे। देखें- डेविड वॉर्नर (122) और एलेक्स कैरी (69 गेंद पर 85 रन) ने पांचवें विकेट के लिए 108 रनों की साझेदारी की लेकिन इन दोनों में से कोई भी ऑस्ट्रेलिया को जीत तक नहीं ले जा पाया। ख्वाजा (18) को बाएं हैमस्ट्रिंग में चोट के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा था। वह आखिरी में बल्लेबाजी करने आए भी लेकिन वह भी अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए आखिरी ओवर में 18 रन चाहिए थे लेकिन वह इसे हासिल नहीं कर पाया। नाथन लायन ओवर की पांचवीं गेंद पर कैच आउट हुए। अगर ऑस्ट्रेलिया ग्रुप में पहले स्थान पर रहता तो वह पहले सेमीफाइनल में न्यू जीलैंड के साथ 9 जुलाई को मैनचेस्टर के मैदान पर खेलता लेकिन अब दो दिन बाद यानी 11 जुलाई को उसका सामना इंग्लैंड के साथ बर्मिंगम में होगा। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस मुकाबले के बाद यह तय हो जाएगा कि क्या इंग्लैंड 1992 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचेगा या फिर 2015 की चैंपियन टीम एक बार खिताबी मुकाबले में पहुंचेगी। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने मैच के बाद कहा, 'यह मुकाबला शानदार होने वाला है। इससे रोमांचक कुछ और नहीं हो सकता- ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, वर्ल्ड कप सेमीफाइनल।' लीग में टॉप पर रहने वाली भारतीय टीम मंगलवार को न्यू जीलैंड के खिलाफ टूर्नमेंट के पहले सेमीफाइनल में भिडे़गी। ऑस्ट्रेलिया आखिरी मैच में भले ही हार गई हो लेकिन प्लेऑफ में पहुंचने में उसे कोई परेशानी नहीं हुई। उसने नौ में से सात मैच जीते। उसके सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर शानदार फॉर्म मे हैं। वॉर्नर ने इस वर्ल्ड कप में अभी तक तीन सेंचुरी लगाई हैं। वॉर्नर ने नौ पारियों में 638 रन बनाए हैं। वह टूर्नमेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले रोहित शर्मा (647) के बाद दूसरे पायदान पर हैं। भारत की श्री लंका पर जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया को लीग में टॉप रहने के लिए साउथ अफ्रीका के खिलाफ जीत की दरकार थी। साउथ अफ्रीका के खिलाफ जीत के लिए वॉर्नर को अंत तक बल्लेबाजी करने की जरूरत थी लेकिन क्रिस मौरिस के शानदार कैच ने उनकी पारी का अंत किया। साउथ अफ्रीका की कैचिंग एक बार फिर शानदार थी। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने शानदार शुरुआत की और पहला पावरप्ले खत्म होने तक उसका स्कोर बिना किसी नुकसान के 73 रन था। ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर लायन ने ओपनर ऐडिन मार्करम (34) और डि कॉक (52) को आउट किया। इसके बाद सिर्फ डु प्लेसिस और रासी वेन डर डुसान (95) ही टिक सके। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 151 रनों की साझेदारी की। डु प्लेसिस ने 93 बॉल पर अपनी सेंचुरी पूरी और अगली ही गेंद पर वह आउट हो गए। वेन डर डुसान एक बार फिर शतक से चूक गए हालांकि आखिरी ओवरों में उन्हें स्ट्राइक भी नहीं मिली। उन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर अपनी सेंचुरी पूरी करने की कोशिश की लेकिन वह बाउंड्री पर मैक्सवेल के हाथों कैच आउट हो गए। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क (2/59) ने वर्ल्ड कप में अपने विकेटों की संख्या 26 तक पहुंचा ली है। यह एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने के रेकॉर्ड की बराबरी है। ऑस्ट्रेलिया के ही दिग्गज बोलर ग्लेन मैक्ग्रा ने 2007 के विश्व कप में यह रेकॉर्ड बनाया था। वर्ल्ड कप में अभी तक सिर्फ एक टीम ने 326 के लक्ष्य को हासिल किया है। 2011 के विश्व कप में आयरलैंड ने इंग्लैंड के 327 रनों के जवाब में 329/7 का स्कोर बनाकर जीत हासिल की थी। साउथ अफ्रीका ने इस विश्व कप में अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। इस वर्ल्ड कप में उसने नौ में से तीन मुकाबले जीते।
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