Success Story: पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर जिले के महाबार गांव के केवलाराम मेघवाल ने साबित कर दिया कि सफलता के लिए डिग्री नहीं, इरादा बड़ा होना चाहिए. महज 5वीं तक पढ़े केवलाराम ने 2017 में “सविता हस्तकला सेवा संस्थान” की स्थापना की थी. शुरुआत 20 महिलाओं के साथ हुई, आज उनके संस्थान से 3500 महिलाओं को रोजगार मिलता है. सुई-धागे और हस्तकला के हुनर से बनाई गई वस्तुएं अमेरिका और जापान समेत विदेशों तक पहुँच रही हैं. केवलाराम का यह प्रयास ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और बाड़मेर का नाम दुनिया में चमकाने का प्रतीक बन गया है.
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पांचवी पास केवलाराम ने बदली किस्मत, 3500 महिलाओं का सहारा और प्रेरणा

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