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नई दिल्ली: अडानी ग्रुप के शेयरों में 80 फीसदी से अधिक गिरावट आने के बाद अचानक उछाल आने लगा है। मंगलवार को ग्रुप के 10 में से आठ शेयरों में उछाल आई थी जबकि बुधवार को सभी शेयर तेजी के साथ बंद हुए। ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का शेयर तो दो दिन में 31 फीसदी चढ़ चुका है। आखिर अडानी ग्रुप के शेयरों में अचानक आई इस तेजी का राज क्या है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप ने क्रेडिटर्स से कहा है कि उसे सॉवरेन वेल्थ फंड से तीन अरब डॉलर का लोन मिल गया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म Hindenburg Research ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के बारे में एक निगेटिव रिपोर्ट जारी की थी। इसके बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इससे ग्रुप के मार्केट कैप में 140 अरब डॉलर से अधिक गिरावट आई है।अडानी ग्रुप निवेशकों और लेंडर्स का भरोसा जीतने के लिए अडानी ग्रुप तरह-तरह के उपाय कर रहा है। उसका फोकस अपने क्रेडिट प्रोफाइल सुधारने पर है। सूत्रों के मुताबिक अडानी ग्रुप को सॉवरेन वेल्थ फंड से मिले क्रेडिट लाइन पांच अरब डॉलर तक हो सकता है। अडानी ग्रुप ने तीन दिन का एक इनवेस्टर रोडशो आयोजित किया था। इसमें पार्टिसिपेंट्स को इस बारे में एक मेमो सर्कुलेट किया गया था। लेकिन मेमो में सॉवरेन वेल्थ फंड की पहचान उजागर नहीं की गई है। अडानी ग्रुप ने भी इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी देने से इन्कार कर दिया।
क्रेडिट प्रोफाइल सुधारने पर जोर
इससे पहले मंगलवार को अडानी ग्रुप ने बॉन्डहोल्डर्स से कहा था कि शेयरों को गिरवी रखकर लिए गए कर्ज को समय से पहले चुकाने की योजना बना रहा है। कंपनी मार्च तक करीब 6,500 करोड़ रुपये के कर्ज का समय से पहले भुगतान कर सकती है। कंपनी अपने क्रेडिट प्रोफाइल को सुधारने के लिए ऐसा कर रही है ताकि निवेशकों और लेंडर्स का भरोसा जीता जा सके। हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर शेयरों की कीमत में हेराफेरी करने और अकाउंटिंग में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। हालांकि ग्रुप ने इन आरोपों से इनकार किया है और उन्हें दुर्भावनापूर्ण, आधारहीन और भारत पर हमला बताया है।from https://ift.tt/LcpaKvk
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