गठिया की बीमारी की वजह से एकता के दाहिने पैर का जॉइंट इस तरह से फ्यूज हो गया था कि वह पैर मोड़ भी नहीं पा रही थी। इससे उसकी जिंदगी बिल्कुल ठहर-सी गई थी। कई अस्पतालों में इलाज के बाद भी जब वह ठीक नहीं हुई, तो आखिर में उसका नी (घुटना) ट्रांसप्लांट करना पड़ा।from Navbharat Times http://bit.ly/2DYtdGs

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