सांप्रदायिक हिंसा में अपने बेटे को खो चुके इमाम ने एक बार फिर शांति और सद्भाव की अपील की है। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि वह पुरानी बातें भूलकर प्यार बांटने निकले हैं और चाहते हैं कि समाज में हर धर्म और जाति के लोग आपस में मिलजुलकर रहें। इस बार चुनावों के बीच उन्होंने समाज के लोगों से एक बार फिर चुनावी राजनीति से ऊपर उठकर साथ रहने की अपील की है।from Navbharat Times http://bit.ly/2vm8dEQ

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