दो चुनावों में हार का सामना करने के बाद कांशीराम मुलायम के गृहक्षेत्र इटावा सीट से चुनाव जीत संसद में पहुंचने में सफल भी रहे। अब 2019 में दोनों दलों का नेतृत्व अखिलेश यादव और मायावती के हाथों में आ चुका है, जो कि पार्टी के संस्थापकों के सामाजिक प्रयोग को फिर से साथ मिलकर आजमा रहे हैं।from Navbharat Times http://bit.ly/2Lnl70n

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