Gsat-7A से केवल वायुसेना के एयरबेस ही इंटरलिंक नहीं होंगे बल्कि इसके जरिए ड्रोन ऑपरेशंस में भी मदद मिलेगी। इसके जरिए ड्रोन आधारित ऑपरेशंस में एयरफोर्स की ग्राउंड रेंज में खासा इजाफा होगा। माना जा रहा है कि इससे एयरफोर्स की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।from Navbharat Times https://ift.tt/2UOwM8S

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